रायपुर। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के शुभारंभ कार्यक्रमों की पहली कड़ी में नया रायपुर में ‘जंगल सफारी’ का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, वन मंत्री श्री महेश गागड़ा ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया। श्री मोदी ने जंगल सफारी में वृक्षारोपण करने के बाद सफारी का अवलोकन भी किया। उन्होंने इसके निर्माण के लिए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और प्रदेश सरकार के वन विभाग को बधाई दी।
उल्लेखनीय है कि बहुमूल्य वन सम्पदा के लिए प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ के वन्य जीवन का प्रतिरूप इस सफारी में देखने को मिलेगा। जंगल सफारी में जहां 50 एकड़ क्षेत्र में ‘बाघ सफारी’ (टाइगर सफारी) और 50 एकड़ क्षेत्र में भालुओं की ‘बीयर सफारी’ बनाया जा रहा है, वहीं 125 एकड़ क्षेत्र में चिड़ियाघर और 50 एकड़ क्षेत्र में ‘लायन सफारी’ भी बनाया जा रहा है। इसी तरह ढाई एकड़ के क्षेत्र में क्रोकोडायल प्रदर्शन क्षेत्र भी इस जंगल सफारी का आकर्षण बनेगा। इसी तरह जंगल सफारी के लगभग 52 एकड़ क्षेत्र में जलस्रोत है, जिन्हें जलीय पक्षी के अनुकूल बनाया जा रहा है तथा रंग-बिरंगी विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों के लिए ‘बटर फ्लाई जोन’ विकसित करने की भी योजना है। जंगल सफारी के 800 एकड़ और इससे जुड़े बॉटनिकल गार्डन के 416 एकड़ क्षेत्र, इस तरह यहां कुल 1216 एकड़ के विशाल हरे-भरे प्राकृतिक पर्यावरण में पर्यटकों और पर्यावरण प्रेमियों को एक अद्भुत वातावरण मिलेगा। जंगल सफारी के बनने से राज्य में ना केवल पर्यावरण संरक्षण और सुरम्य वातावरण का निर्माण होगा, बल्कि वन पशुओं के साथ समीपता का एहसास भी होगा। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने 19 अक्टूबर 2012 को नया रायपुर में इस महत्वाकांक्षी योजना का भूमि पूजन और शिलान्यास किया था।
वन विभाग द्वारा जंगल सफारी के इस परिकल्पना को लगभग 800 एकड़ के क्षेत्र में और 200 करोड़ रूपए की लागत में मूर्त रूप प्रदान किया जा रहा है। इसमें वन्य प्राणियों के लिए जहां चारागाह और स्वच्छ जलाशय आदि का विशेष ध्यान रखा गया है, वहीं पर्यटकों और आगन्तुकों के लिए भी सभी उचित सुविधाओं जैसे सुगम पथ, टाइगर सफारी के अंदर चलने वाली सुरक्षित वाहन और परिसर में बैटरी से चलने वाले ईको फ्रेंडली वाहन उपलब्ध कराए गए हैं। जंगल सफारी के 50 एकड़ के विशाल परिसर में बनाए गए ‘टाइगर सफारी’ में वर्तमान में तीन टाइगर खुले में विचरित करते हैं और इन्हें देखने के लिए पर्यटक सुरक्षित वाहनों में उनके बाड़े में पहुंचकर उनका अवलोकन करते हैं। इसी तरह 75 एकड़ के डीयर सफारी में 80 वन्य प्राणी है, जिसमें 51 चीतल, 5 सांभर, 6 नीलगाय, 8 कोटरी और 10 काला मृग हैं। 50 एकड़ के बीयर सफारी में 4 भालू हैं। इसके अलावा लायन सफारी का निर्माण किया जा रहा है। वर्तमान में नंदनवन के 7 लायन को उनके छोटे बाड़े से यहां लाकर विशाल प्राकृतिक वातावरण में रखा जाएगा। राज्योत्सव के अवसर पर जंगल सफारी के रूप में राज्य के नागरिकों को अप्रतिम उपहार मिला है।
उल्लेखनीय है कि इस जंगल सफारी की सीमा से लगे हुए क्षेत्र में 416 एकड़ के क्षेत्र में बॉटनिकल गार्डन को विकसित किया जा रहा है। यहां के 181 एकड़ क्षेत्र में फैले खण्डवा जलाशय की सुन्दर-सुरम्य पृष्ठभूमि में हरित वातावरण और जैव विविधता के रूप में पर्यटकों को प्रकृति का निकटता से अहसास होगा। इन प्रयासों से राज्य में पर्यावरण संरक्षण, विद्यार्थियों और नागरिकों को प्रकृति से प्रेम करने के साथ पर्यटन को बढ़ावा भी मिलेगा।
जंगल सफारी का लोकार्पण के बाद अवलोकन करते प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी
प्रधानमंत्री श्री मोदी के हाथों छत्तीसगढ़ को मिली कई बड़ी सौगातें
रायपुर। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के अवसर पर नया रायपुर के अपने संक्षिप्त प्रवास के दौरान प्रदेशवासियों को अनेक बड़ी और महत्वपूर्ण सौगातें दी। उन्होंने नया रायपुर में जंगल सफारी, बस रेपिड ट्रांजिट सिस्टम, एकात्म पथ का लोकार्पण और पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा का अनावरण किया। श्री मोदी ने पांच दिवसीय राज्योत्सव का शुभारंभ करते हुए प्रदेशवासियों को राज्य स्थापना दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी।उन्होंने छत्तीसगढ़ सहित देश भर के लाखों करोड़ों किसानों के खेतों में सौर ऊर्जा से पानी पहुंचाने के लिए ’सौर सुजला योजना’ का भी शुभारंभ किया। इसके अंतर्गत आकर्षक अनुदान पर किसानों को सौर ऊर्जा से चलने वाले सिंचाई पम्प दिए जाएंगे। राज्योत्सव के शुभारंभ समारोह में राज्यपाल श्री बलरामजी दास टंडन और मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सहित प्रदेश सरकार के मंत्रीगण, छत्तीसगढ़ के अनेक लोकसभा और राज्यसभा सांसद, विधायकगण तथा बड़ी संख्या में अन्य जनप्रतिनिधि, विभिन्न निगम मंडलों के पदाधिकारी और विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे। जंगल सफारी के लोकार्पण अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री मोदी को स्मृति चिन्ह के रूप में भगवान श्री गणेश की काष्ठ निर्मित प्रतिमा भेंटकर शुभकामनाएं दी। श्री मोदी ने जंगल सफारी में वृक्षारोपण भी किया। प्रधानमंत्री के हाथों आज राज्य को मिली सौगातों पर एक नजर -
जंगल सफारी Jungle Safari
320 हेक्टेयर में जंगल सफारी का विकास। अक्टूबर 2012 में निर्माण शुरू। टाइगर, बीयर, हर्बीवोर और लॉयन सफारी शामिल। जंगल सफारी के बीच 131 एकड़ से अधिक क्षेत्र में खण्डवा जलाशय है। जलाशय के बीच नेस्टिंग आइलैण्ड का विकास किया जाएगा। यह नया रायपुर के लिए एक ऑक्सीजोन है। लगभग 200 करोड़ रूपए की लागत से इस सफारी का निर्माण किया गया है। इसमें 50 एकड़ के रकबे में टाईगर सफारी और 50 एकड़ में भालुओं के लिए ’बीयर’ सफारी बनाया गया है। इसके अलावा 125 एकड़ में चिड़ियाघर और 50 एकड़ में लायन सफारी का भी प्रावधान है। रंग-बिरंगी तितलियों के लिए बटरफ्लाई जोन का निर्माण किया गया है। जंगल सफारी में पशु-पक्षियों के लिए करीब 52 एकड़ में जल स्त्रोत भी विकसित किए गए हैं।
जंगल सफारी पहुंच मार्ग रायपुर रेल्वे स्टेशन से नई राजधानी
जंगल सफारी में मोदी जी ने की फोटोग्राफी
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज नया रायपुर में ’नंदनवन जंगल सफारी’ के लोकार्पण के बाद वहां लगभग 800 एकड़ में फैले जैव विविधता वाले इस मानव निर्मित वन क्षेत्र का भ्रमण किया। प्रधानमंत्री ने राज्योत्सव के शुभारंभ समारोह में विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए जंगल सफारी के अपने दिलचस्प अनुभवों को भी साझा किया। उन्होंने लोगों को बताया-आज मैंने वहां शेर की आंखों में आंखें डालकर उससे मुलाकात की। मुझे उसकी फोटो खींचने का भी मौका मिला। उल्लेखनीय है कि जंगल सफारी का लोकार्पण करने के बाद प्रधानमंत्री श्री मोदी मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के साथ सफारी का भ्रमण कर रहे थे। इस दौरान टाईगर सफारी में उन्होंने शेर को देखा, जो बाड़े के जाली के बेहद करीब आ गया। श्री नरेन्द्र मोदी भी उसे पूरा मान सम्मान दिया और उसे देखकर न केवल अपनी गाड़ी रूकवाई, बल्कि खुद गाड़ी से उतरकर अपने कैमरे से उसकी फोटो खींची। इस भेंट के दौरान ऐसा लगा जैसे दोनों ने आमने-सामने खड़े होकर न केवल एक-दूसरे की आंखों में आंख डालकर बातें कर रहे हों।
बस रेपिड ट्रांजिट सिस्टम (बीआरटीएस)
रायपुर और नया रायपुर के बीच सार्वजनिक परिवहन। रायपुर में दो पिक-अप पॉइंट, नया रायपुर में 10 बस शेल्टर तथा 01 बस डिपो। दो कॉरिडोर में 42 कि.मी. रूट में नया रायपुर तथा रायपुर के बीच दस सेवा होगी। विश्व बैंक की सहायता से कुल 170 करोड़ की योजना है। 53 कि.मी. सायकल ट्रेक तथा पैदल पथ का निर्माण भी नॉन मोटराइज्ड ट्रांसपोर्ट (NMT) के तहत किया गया है। प्रथम चरण में 30 । AC बसों का संचालन किया जा रहा है। ITS (Intelligent Transport System) के तौर पर पूरी बीआरटीएस की बसों का संचालन होगा। इसमें ऑटोमेटेड टिकटिंग GPS कंट्रोल सिस्टम भी है।
एकात्म पथ
सीबीडी रेल्वे स्टेशन तथा राजधानी परिसर के बीच 2.25 कि.मी. लम्बाई और 200 मीटर की चौड़ाई में 30 करोड़ रूपए की लागत से एकात्म पथ का निर्माण किया गया है। सड़क के मध्य 100 मीटर चौड़े तथा 2.10 किमी लंबे क्षेत्र में आकर्षक उद्यान भी बनाया गया है। करीब 50 एकड़ के इस उद्यान में विभिन्न प्रजातियों के 6 हजार से अधिक वृक्ष समेत 23 हजार पौधों का रोपण। एकात्म पथ पर गुलाब, सेवंती, जासवंत, मेहन्दी, चम्पा, चांदनी, सदाबहार, नीम, पीपल, कचनार, कामिनी, कुसुम, बादाम, बसंत रानी, पारिजातक समेत 65 विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपे गए हैं। उद्यान में 1 लाख 13 हजार वर्ग मीटर घास लगाई गई हैं। उद्यान में 11 विभिन्न फव्वारे हैं। पैदल पथ तथा 4 कि.मी. सायकल ट्रैक है।इस पथ के मध्य रोटरी ऑब्जर्वेशन टॉवर प्रस्तावित है। एकात्म पथ में खैरागढ़ के चित्रकारों द्वारा मधुबनी, वरली, संथाल, गोन्ड, बांगला तथा बस्तर शैली में जीवन के विभिन्न अवसरों को उकेरा गया है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के शुभारंभ के अवसर पर एकात्मक मानववाद के प्रवर्तक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा का अनावरण किया।यह प्रतिमा संगरमर के पत्थरों से निर्मित है। जयपुर (राजस्थान) के पùश्री सम्मान प्राप्त शिल्पकार श्री अर्जुन प्रजापति ने इसका निर्माण किया है। यह प्रतिमा 150 मीटर व्यास के वृत्त वाली सड़क के बीच स्थापित की गई है। इस वृत्त का नामकरण पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर किया गया है। प्रतिमा अनावरण के संक्षिप्त कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल, लोक निर्माण, आवास और पर्यावरण मंत्री श्री राजेश मूणत, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री धरमलाल कौशिक, प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव श्री विवेक ढांड, आवास और पर्यावरण विभाग के प्रमुख सचिव श्री अमन कुमार सिंह तथा वरिष्ठ नेता श्री सौदान सिंह भी उपस्थित थे।
किसानों को सौर सुजला योजना की सौगात
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज छत्तीसगढ़ सहित देश भर के उन किसानों को सौर सुजला योजना की सौगात की। जिनके खेतों तक परम्परागत तरीके से बिजली पहंुचाने में दिक्कते आ रही हैं। इस नई योजना में ऐसे किसानों के खेतों में पानी पहुंचाने के लिए उन्हें आकर्षक अनुदान पर सौर ऊर्जा से चलने वाले सिंचाई पम्प दिए जाएंगे। अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के किसानों को साढ़े तीन लाख रूपए की लागत वाले तीन हार्सपावर का सिंचाई पम्प सिर्फ सात हजार रूपए के अंशदान पर मिलेगा। इसी तरह पिछड़ा वर्ग के किसानों को यह पम्प बारह हजार रूपए और सामान्य वर्ग के किसानों को 18 हजार रूपए में मिलेगा। वहीं पांच हार्सपावर वाले साढ़े चार लाख रूपए का कीमत वाले सिंचाई पम्प अनुसूचित जाति और जनजाति के किसानों को दस हजार रूपए, अन्य पिछड़ा वर्ग के किसानों को 15 हजार रूपए और सामान्य वर्ग के किसानों को 20 हजार रूपए में दिया जाएगा। छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में वित्तीय वर्ष 2019 तक 51 हजार किसानों को इस योजना का लाभ दिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इनमें से 11 हजार किसानों को चालू वित्तीय वर्ष 2016-17 में सौर ऊर्जा आधारित सिंचाई पम्प दिए जा रहे हैं।
देखे राज्योत्सव स्थल से Live-
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के साथ बैटरी चलित वाहन से किया विशाल शिल्प ग्राम का अवलोकन
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज नया रायपुर में राज्योत्सव स्थल पर ग्रामोद्योग विभाग द्वारा आयोजित विशाल शिल्प ग्राम का वैटरी चलित वाहन से मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के साथ अवलोकन किया। श्री मोदी ने प्रदेश के विभिन्न जिलों की शिल्पकलाओं को बढ़ावा देने तथा इससे जुड़े हजारों शिल्पकारों की अद्भूत शिल्प कला की सराहना की। राज्य सरकार के ग्रामोद्योग विभाग द्वारा राज्योत्सव स्थल पर विशाल क्षेत्र में ग्रामोद्योग के सभी घटकों-रेशम, हाथकरघा, हस्तशिल्प, माटी कला और खादी बोर्ड के अलावा जेल विभाग और प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत 44 स्टॉल लगाए गए हैं। इनमें हाथकरघा के 13 स्टाल, हस्तशिल्प के 11 स्टाल, माटी कला बोर्ड के पांच और रेशम तथा खादी बोर्ड के तीन-तीन स्टाल लगे हैं। इसके साथ ही उज्ज्वला योजना के छह और जेल विभाग के भी तीन स्टाल लगे हैं। इन स्टालों में आकर्षक घरेलू उपयोगी सजावटी सामानों, हाथकरघा कपड़ों और बेलमेटल, लौह शिल्प, काष्ठ, पत्थर, टेराकोटा, बांस, भित्तीचित्र, तुमाशिल्प सहित विभिन्न विधाओं के शिल्पों का अनूठा संग्रह है।
श्री नरेन्द्र मोदी में ग्लोबल लीडर बनने की अपार क्षमता: डॉ. रमन सिंह
डॉ. सिंह ने कहा-श्री मोदी के मार्गदर्शन में देश में नक्सलवाद और आतंकवाद समाप्त होगा और भारत विकास की ऊंचाईयों तक पहुंचेगा। डॉ. सिंह ने कहा-प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत ने सिर्फ ढाई साल में विकास की एक लम्बी छलांग लगाई है। स्वच्छ भारत मिशन का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा-प्रधानमंत्री ने अपने इस महत्वपूर्ण मिशन के तहत सम्पूर्ण भारत को दो अक्टूबर 2019 तक खुले में शौचमुक्त घोषित करने का लक्ष्य दिया है। छत्तीसगढ़ में उनके इस मिशन के प्रति सभी लोगों में भारी उत्साह देखा जा रहा है। प्रदेश के पंच-सरपंचों, मंत्रियों, सांसदों, विधायकों, आम नागरिकों और ग्रामीणों सहित हम सबने मिलकर यह तय किया है कि प्रधानमंत्री के इस लक्ष्य को हम एक वर्ष पहले ही प्राप्त कर लिया जाए। उन्हें वर्ष 2019 का इंतजार नहीं करना होगा। छत्तीसगढ़ को हम लोगों ने दो अक्टूबर 2018 तक खुले में शौचमुक्त घोषित करने का संकल्प लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा-प्रधानमंत्री ने अपनी इस योजना के जरिए देश की करोड़ों माताओं और बहनों का सम्मान बढ़ाया है। मुख्यमंत्री ने कहा-श्री नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप राज्य सरकार ने ’हमर छत्तीसगढ़’ योजना शुरू की है। श्री मोदी ने एक वर्ष पहले हमें ऐसी योजना बनाने का सुझाव दिया था। इस योजना के तहत राज्य के लगभग दो लाख पंचायत प्रतिनिधियों को रायपुर और नया रायपुर आमंत्रित कर विकास कार्यों का अवलोकन कराया जा रहा है। अब तक 25 हजार पंचायत प्रतिनिधि यहां का दौरा कर चुके हैं। डॉ. रमन सिंह ने कहा-जनता के आशीर्वाद से सरकार को चौथी बार भी छत्तीसगढ़ की जनता की सेवा का अवसर मिलेगा। राज्यपाल श्री बलरामजी दास टंडन की अध्यक्षता में आयोजित राज्योत्सव के शुभारंभ समारोह में विधानसभा अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल, केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री श्री विष्णुदेव साय, छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्रीगण सर्वश्री अमर अग्रवाल, अजय चन्द्राकर, बृजमोहन अग्रवाल, केदार कश्यप, प्रेमप्रकाश पाण्डेय, पुन्नूलाल मोहले, राजेश मूणत, रामसेवक पैकरा, श्रीमती रमशीला साहू, दयालदास बघेल, महेश गागड़ा, भईयालाल राजवाड़े, विधानसभा उपाध्यक्ष श्री बद्रीधर दीवान, रायपुर लोकसभा सांसद श्री रमेश बैस, अध्यक्ष जिला पंचायत रायपुर श्रीमती शारदा देवी वर्मा और सरपंच ग्राम पंचायत उपरवारा श्रीमती रामबाई साहू तथा प्रदेश के अनेक सांसद और विधायक भी मौजूद थे।
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