मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने
नए वर्ष के प्रथम दिवस एक समाज सेवी संगठन द्वारा आयोजित
कार्यक्रम में सीजीनेट जनपत्रकारिता जागरूकता यात्रा का शुभारंभ किया।
उन्होंने इसके लिए संस्था के जागरूकता वाहन को हरी झण्डी दिखाई। संस्कृति
विभाग के मुक्ताकाश मंच पर आयोजित कार्यक्रम में आयोजकों ने बताया कि
संस्था द्वारा जनपत्रकारिता में आम जनता को जोड़कर एक मोबाइल फोन नम्बर के
जरिए लोगों की समस्याएं इंटरनेट के माध्यम से शासन-प्रशासन तक पहुंचाने का
प्रयास किया जाएगा। विशेष रूप से छत्तीसगढ़ और पड़ोसी राज्यों के दूरदराज
आदिवासी बहुल क्षेत्रों में यह प्रयोग किया जाएगा। मुख्यमंत्री
ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन उपलब्ध निःशुल्क सेवाओं का लाभ मिल रहा है,
जिनमें सार्वजनिक वितरण प्रणाली की जनभागीदारी वेबसाइट तथा टोल फ्री नम्बर
1800-233-3663, आपात कालीन चिकित्सा सेवा के लिए संजीवनी एक्सप्रेस टोल
फ्री नम्बर 108, गर्भवती माताओं को अस्पताल पहुंचाने के लिए महतारी
एक्सप्रेस को टोल फ्री नम्बर 102 और निःशुल्क आरोग्य परामर्श के लिए टोल
फ्री नम्बर 104 भी शामिल हैं। डॉ. सिंह ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि
सीजीनेट जनपत्रकारिता के माध्यम से भी इस दिशा में पहल की जा रही है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि दूरदराज के इलाकों में लोगों को इसका लाभ मिलेगा। इस
अवसर पर मुख्यमंत्री के समक्ष बस्तर राजस्व संभाग के नारायणपुर जिले के
अबूझमाड क्षेत्र के कलाकारों ने गोंडी भाषा में नुक्कड़ नाटक प्रदर्शन किया,
जिसमें यह बताया गया है कि गांव में मनरेगा आदि योजनाओं से संबंधित
समस्याओं के निराकरण के लिए किस प्रकार मोबाइल फोन के जरिए प्रशासन तक
सूचना भेजी जाती है और समस्या का तत्काल निराकरण भी हो जाता है।
मुख्यमंत्री ने इस नाट्य प्रस्तुति की प्रशंसा करते हुए कहा कि गोंडी बोली
में होने के बावजूद इस नुक्कड़ नाटक में भाषा कहीं दीवार बनकर आड़े नहीं आई।
कलाकारों ने ग्रामीणों की भावनाओं को बेहतर ढंग से प्रस्तुत किया।
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